Ravi ki duniya

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Thursday, April 10, 2025

व्यंग्य: दामाद सास संग फरार

 


                

       


एक मशहूर शेर है:

 

 अच्छी सूरत भी क्या बुरी शय है

 जिसने डाली बुरी नज़र  डाली

 

      अब देखो ये भी कोई बात हुई ? मगर ये बात हुई। अलीगढ़ जो अब तलक ताले, चाकू और मक्खी-मच्छरों के लिए ही फेमस था अब अन्य साहसिक कामों के लिए भी जाने जाना लगा है। एक शेर और जो तब से कौंध रहा है वह भी पेशे खिदमत है: 


 “खुशी की रात होगी जश्न जरा हट के होगा

दीदी की शादी में अंदाज़ जरा हट के होगा”


यह शेर शादी के निमंत्रण पत्र पर लिखा था। किसी लड्डू नामक बालक की तरफ से। दिल तो बच्चा है जी। अब बताओ ये अपने आप में एक संदेश था समझने वाले के लिए। यहाँ तो जश्न क्या पूरी शादी जरा नहीं, बहुत हट के हुई। दामाद श्री, राहुल जी अपनी दुल्हन यहीं छोड़, सास के साथ ही नौ दो ग्यारह हो गये। यही कलयुग है। एक युग वो था जब राहुल और अपनी पत्नी यशोधरा को सोता छोड़ गौतम बुद्ध ज्ञान प्राप्त करने आधी रात को चले गए थे। यहाँ ये राहुल जी दिन दहाड़े अपनी भावी पत्नी को छोड़ सास को ले, ये जा वो जा। सास को क्या हक़ है कि वो इतनी सुंदर दिखे ? और इतना ही नहीं नाम भी ‘अपना देवी’ रखे। यह नाम तो खुल्ला खुल्ला निमंत्रण सा लगता है। देवी को सही पुजारी मिल गया और उसने बाहें फैला कर अपना देवी को अपना लिया। पति महोदय जितेंद्र जी बंगलोर में ‘बिजनिस’ में ही बिज़ी रहे। और उन्होने अपनी इंद्रियों को तो जीत लिया (जितेंद्र) मगर अपना देवी को अपना  नहीं बना पाये। यूं यह तो क्लिशे बन ही गया है कि प्यार अंधा होता है मगर इस केस में प्यार इतना अंधा भी नहीं था जाते-जाते साढ़े तीन लाख नगद और पाँच लाख के जेवर लेकर अपना देवी गईं हैं। मुझे कुछ-कुछ यकीन हो चला है जैसा कि कई खप ने कहा है यह मोबाइल नई पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है। मैं तो कहता हूँ जी नई क्या पुरानी पीढ़ी का भी नाश कर कर रहा है ये मोबाइल। अब सोचो अपना देवी ने अपने होने वाले दामाद को सगाई वक़्त जो स्मार्ट मोबाइल फोन दिया था उसने दामाद श्री को कितना स्मार्ट बना दिया। होता भी क्यूँ नहीं सुनते हैं अपना देवी दामाद को 20-20 घंटे इसी फोन से ट्यूटोरियल दिया करती थीं। कोई अपना देवी अगर अपने दामाद को 20-20 घंटे के ट्यूटोरियल देगी तो उसने तो समझो स्मार्ट बनने का क्रेश कोर्स कर लिया। रिजल्ट -  अपना देवी को बिना देर किए अपना बना लिया। इसमें किम आश्चर्य ?

कार्ड में लिखा है "भीगी पलकें" 17 अप्रेल 2025 की प्रातः वेला मगर यहाँ तो अपना देवी 7 अप्रेल को भरी दोपहरिया में सबकी पलकें  भीगी नहीं बल्कि रो रो के सुजा गईं।    


आगे से उम्मीद है लड़की के मां-बाप दामाद की जांच पड़ताल ठीक से करेंगे और साथ ही मोबाइल फोन से दूरी बना कर रखेंगे।

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