Ravi ki duniya

Ravi ki duniya

Tuesday, August 12, 2025

एफ़िडेविट के बाद

         

तुझसे मिलने आऊँगा मैं आधी रात के बाद

तेरा ये कहना “ज़रूर ! पर एफ़िडेविट के बाद”

तुझे यूं मैं अपनी जान से ज्यादा चाहता हूँ

तेरी ये ज़िद “यकीं आयेगा एफ़िडेविट के बाद”

ये कैसा दौर आ गया हमारे देखते देखते

ज़ुबां की कोई कीमत ही न रही ज़माने में

निक़ाह हो कर्ज़ हो या नेताओं की खरीद फरोख्त 

सब काम अब होने लगे एफ़िडेविट के बाद

ये चलन है तो यूं ही सही आज के बाद ! 

मिलने की सोचूंगा अब तेरे एफ़िडेविट के बाद

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