मैंने बहुत सोचा कि यदि मेरी साधना से
प्रभावित हो भगवान यकायक प्रकट हो जाएँ और चिर-परिचित अंदाज़ में पूछ बैठें “वत्स !
हम तेरे तप, तेरी साधना से बहुत प्रसन्न हुए मांग क्या मांगता है ?” मैंने बिना एक क्षण भी
व्यर्थ गँवाए कह देना है “भगवन ! मुझे ओरी बना दो”। हो सकता है भगवान अपनी
असमर्थता जताएं "ऐसा तो एक ही पीस था
वो हम बना चुके कुछ और मांगो वत्स?" मैंने तो अड़ जाना है कि बनना तो ओरी ही है, मैं अगले जनम तक
इंतज़ार कर लूँगा। मुझे मालूम है इस पर भगवान को कोई एतराज़ ना होगा और वो फौरन
“तथास्तु” कह देंगे।
मैंने लिस्ट बनानी शुरू कर दी है, मुझे ओरी बनने के लिए
क्या-क्या सामग्री दरकार होगी ? एक साइज़ बड़ी ढीली-ढाली पेंट। दो साइज़ बड़ी छींट वाली बुशर्ट। एक अदद दाढ़ी। एक
मेंढक के डिजायन वाला मोबाइल फोन एक ‘फंकी’ सी चप्पल। और मैं तैयार हूँ। आओ
किस-किस को मेरे साथ सेल्फी लेनी है ? सेल्फी खिंचाते वक़्त हाथ उनके कमर पर नहीं पेट पर रखना है। नाभि से थोड़ा ऊपर।
इसे कहते हैं ‘पॉज़िटिव एनर्जी ट्रांसफर’। एक बार ये कार्यक्रम चल निकला तो पीछे
देखने का नहीं। सब अपनी-अपनी पार्टी में बुलाएँगे। मगर एक बार के बुलाने से जाने
का नहीं। बोलने का है “लेट मी चेक विद माई सेक्रेटरी” फिर अगले दिन फोन आए तो कहने
का है “ओह आई वुड हैव लव टू कम बट आई एम इन न्यूयॉर्क ऑन देट डे”। भले आप यहीं
नायगाँव में हों।
इंगलिश बोलने की प्रेक्टिस करनी है।
उससे कहीं ज्यादा हिन्दी को टेढ़ी-मेढ़ी बोलने की प्रेक्टिस करनी है। सबसे पहले तो
स्त्रीलिंग-पुर्लिंग को एक्सचेंज कर देना है। मैं जाएगी...मैं खाएगी, बहुत मज़ा आएगी टाइप।
दूसरे वीगन होना है, नो वेज, नो नॉन-वेज ओनली वीगन। नो एरेटिड ड्रिंक्स, नो कोला, नो बॉटल्ड ड्रिंक्स।
एक कोई विदेशी परफ्यूम जो मार्किट में सबसे महंगा चल रहा हो उसका नाम याद कर लें।
कोई पूछे तो उसका नाम ही बताना है भले आपने क्राफोर्ड मार्किट का सौ रुपये में तीन
बोतल वाला लगाया हो।
ध्यान रहे कोई कपड़ा नॉर्मल नहीं
होना चाहिए। सब एक-दो साइज़ बड़े और छींट/डिजायन वाले, जिन्हें कोई नहीं
खरीदता, होने चाहिए। हो सके तो पर्दे वालों की दुकान से प्रिंट ले आयें। चप्पल भी आजकल
बहुत-बहुत फेंसी चल रही हैं। उनसे कहेंगे तो वो आपका नाम चप्पल पर प्रिंट कर देंगे
इससे लगेगा कि ‘पर्सनलाइज्ड एक्सेसरीज़’ हैं। अव्वल तो आपको घड़ी पहनने की ज़रूरत है
नहीं, पहना चाहें तो वो भी मार्किट में ऐसी-ऐसी डुप्लीकेट मिलती हैं कि अच्छी-अच्छी
राडो उसके सामने फेल हैं। कुछ स्टोन लगे हों तो और बेहतर है आप उन्हे हीरे-मोती
(रंग अनुसार) बता सकते हैं वहाँ कौन परखने बैठा है। हाँ कार कोई शानदार होनी
चाहिए। आजकल इस तरह की कार किराये पर मिल जाती हैं।
आपको प्रेक्टिस करके अपनी कोई भी चीज़
देसी नहीं रखनी है। कुछ ब्रण्ड्स के नाम याद कर लें, ताकि आप बता सकें कि
आपका टूथ ब्रश ब्राज़ील का है तो टूथपेस्ट बुडापेस्ट की है। सोप पेरिस का होना
चाहिए शेम्पू स्पेन का। आपको हर सबजेक्ट पर अपनी राय बनानी है और राय भी ऐसी जो
इंडिया में बस आप ही की हो। कोई पूछे आप सुबह उठ कर क्या करते हैं आपको कहना है आप
उबलता हुआ पानी पीते हैं। असल में गुनगुना पानी पीना अब ‘क्लिशे’ बन गया है। चाय ? ओह नो ! आपने अपनी
लाइफ में कभी चाय नहीं पी है एक बार को छोड़ कर जब बकिंघम पैलेस में क्वीन ने अपने
हाथ से बनाई थी और आप मना नहीं कर सके।
आपके सभी आइकाॅन विदेशी होने चाहिए।
क्या हीरो क्या राइटर सब खालिस विदेशी। नो
इंडियन। बल्कि कोई इंडियन नाम ले तो आपको पूछना है “हू इज़ दैट ?” लगे हाथ कोई गाना अपना
बता कर पाॅपुलर करा दें। कुछ खबरें प्लांट करा दें जैसे आप गए तो स्टेडियम में
भगदड़ मच गई। लड़कियां चीख-चीख कर आपका नाम ले रहीं थीं। 20-25 तो बेहोश हो गईं आदि
आदि। आपका अगला कंसर्ट अगले महीने वहाँ की गौरमेंट की डिमांड पर क्रोएशिया में
हैं। शुरू में चाहे पैसे देने पड़ें या पार्टी का खर्चा खुद उठाना पड़े आप हर पार्टी
में दिखने चाहिए। फोटोग्राफर से पहले से बात कर के रखें ऐसा लगे कि पैपराजी आपको
बहुत तंग करते हैं। आपका चलना-फिरना दूभर किया हुआ है जगह-जगह पीछा करते पहुँच
जाते हैं। जब एयरपोर्ट पर जाना हो ज़रूरी नहीं कि आप अंदर जाएँ बाहर ही अपना फ़ोटो
शूट करा लें। बताएं आपका जापान, साउथ अफ्रीका का टूर बहुत सक्सेस गया। एक बात का विशेष ख्याल रखना है कोई आपकी
सेक्सुअल ओरिंट्यिशेन जानने ना पाये, जिस आत्मीयता से करन जौहर से मिलना है उसी तरह सिने तारिकाओं से मिलना है। इसे
एक रहस्य ही रखना है। आप तो जानते ही हैं बंद मुट्ठी लाख की।
ये सब तो हो गया अब मेरे दुविधा ये है
कि अगर भगवान ने जैसा कि आजकल चलन है मेरा ‘प्लान बी’ पूछ लिया तो ? मैंने सोचा है यदि
भगवान ने प्लान बी पूछा तो कह दूंगा फिर मुझे शशि थरूर बना दो। वो किस्सा फिर कभी।
मेरी अरदास पूरी होगी ज़रूर
इट्ज सिंपल ओरी ऑर थरूर