जी हां हुजूर मैं विकास बेचता
हूं
मैं तरह तरह के विकास बेचता हूं
मैं किसिम किसिम के विकास बेचता
हूं
हां जी हां मैं विकास बेचता हूं
जी माल देखिये दाम बताऊंगा
बेकाम नहीं हैं काम बताऊंगा
कुछ विकास किया है मस्ती में
मैंने
कुछ विकास किया है पस्ती में
मैंने
यह विकास फ्री मोबाइल लायेगा
ये विकास पिया को बुलेट ट्रेन
से बुलायेगा
जी पहले ही दिन से नहीं शर्म
लगी मुझको
बाद में और भी अक्ल जगी मुझको
जी लोगों ने तो बेच दिये अपने
ईमान
आप न हों सुनकर हैरान
मैं सोच समझ कर आखिर विकास
बेचता हूं
यह 'विकास माॅडल' गुजरात का है आकर देखें
यह विकास गोरखपुर हाॅस्पीटल का
है बच्चा दाखिल कर देखें
यह विकास कुकिंग गैस का है पका
कर देखें
यह विकास डीजल-पेट्रोल का है
चला कर देखें
यह विकास LED बल्ब का है जला कर देखें
यह विकास हिन्दू को मुस्लिम से
लड़ाता है
यह विकास गोबर से सोना बनाने का
तरीका बताता है
यह विकास गोमूत को अमृत बनाता
है
ध्यान से देखिये श्रीमान
ये विकास बीफ के एक्सपोर्ट का
है
ये विकास ट्रिपल तलाक के कोर्ट
का है
ये विकास, प्लानिंग कमीशन को रातोंरात
नीति आयोग कर देगा
ये विकास रेसकोर्स का
लोक-कल्याण कर देगा
ये विकास एक के बदले दस सर
लायेगा
ये विकास किसान को जवानी में
स्वर्ग ले जायेगा
ये विकास विरोधी को अदालत ले
जाता है
ये विकास शहर में दंगे कराता है
ये विकास दलित के साथ पंगे
कराता है
ये विकास लव जिहाद के बंदे का
है
ये विकास आज के नेता, कल तलक के गुंडे का है
जी विकास देवताओं की सर्जरी का
लिखूं
जी विकास पुष्पक विमानों की
साॅर्टी का लिखूं
ये विकास रेल में बच्चे को
दवाई-दूध पिलायेगा
ये विकास पड़ोसी बच्चे को
मेडीकल वीज़ा को हैडलाइन्स बनायेगा
ये विकास एंटी रोमियो बनाता है
ये विकास आपके शहर को स्मार्ट
सिटी बनाता है
ये विकास नये नये नोटों का है
ये विकास 'अच्छे दिन' कह वोटों का है
ये विकास मार्गदर्शन मंडल को
मार्ग भुलायेगा
ये विकास 2022 के झूले में झुलायेगा
मैं विकास ही तो करता रहता हूं
दिन रात
तरह तरह का बन जाता है विकास
रूठ रूठ कर मन जाता है विकास
जी बहुत ढेर लग गया हटाता हूं
आपकी मर्जी और दिखाता हूं
मैं बिल्कुल अंतिम और दिखाता
हूं
या 'भीतर' जाकर पूछ आईये आप
है विकास बेचना वैसे बिल्कुल
पाप
क्या करूं मगर हूं आदत से लाचार
मुझे 'कुर्सी' से है बेइन्तिहा प्यार
इसलिये हुजूर मैं विकास बेचता
हूं
(स्व.भवानी प्रसाद मिश्र से
क्षमा याचना के साथ)
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