Ravi ki duniya

Ravi ki duniya

Monday, March 8, 2010

महिला दिवस

 

तेरी स्मृति का 
संबल ले 
मैं उन्नति के 
शिखर पर 
विजय-पताका 
लहराऊंगा.
एक तुम जो चलो 
साथ मेरे 
सच कहता हूँ 
मैं तूफानों को 
क़ैद कर लाऊंगा .
तुमसे पृथक 
मेरी स्वतंत्र 
सत्ता कुछ भी नहीं .
मैं , मैं नहीं 
हूँ भी तो मेरी 
महत्ता कुछ भी नहीं .
तुम ही तो मेरी 
सम्पन्नता हो .
मेरी प्रेरणा और 
मेरी क्षमता हो.

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