Ravi ki duniya

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Monday, September 16, 2024

व्यंग्य: शनि का प्रकोप दूर करने के नाम पर लूटा

 


               अखबार में खबर है कि लूटने वालों ने अब शनि का प्रकोप बता कर लूट लिया। देखिये लूटने वालों की बड़ी मुसीबत है उन्हें एकदम अप-टू-डेट रहना पड़ता है। नई-नई टेक़नीक से बावस्ता रहना पड़ता है। इसी श्रंखला में अब लूटने वालों ने ग्रहों को भी अपने धंधे में पार्टनर बना लिया है। बस कुछ जुबानी बातें आप रट लें। “बच्चा तुम्हारा शनि तुम पर भारी है, यह बहुत मारक ग्रह है। इसका उपाय तुरंत से पहले करना होगा। मैं बहुत नुकसान तुम्हें, तुम्हारे परिवार का देख रहा हूँ”।

 

                 यूं तो उनकी शब्दावली वो ही जानें, मगर आम आदमी हल्का-भारी ऊंच-नीच तो समझ ही लेता है अतः जैसे ही वह सुनता है कि आपका शनि नीच का है, बुध आपका वक्री है और बृहस्पति पर मंगल की टेढ़ी दृष्टि पड़ रही है तो इतना ही बहुत है किसी भी जजमान की हालत पतली करने को।  वह तुरंत तुम्ही ने दर्द दिया है तुम्ही दवा देना की तर्ज़ पर आप ही से उपाय भी पूछने लगता है।  

 

              आपको ज्योतिष का, टेरो का, हस्त रेखा का खुद ज्ञान होगा तो आप न तो पूछने जाओगे और पूछा भी तो उनसे उपाय नहीं पूछोगे, पूछ भी लिया तो आप ये उपाय पूछ उनकी भेंट-पूज़ा नहीं करोगे।  अतः उन्हे भी पता है ये जो जातक उपाय पूछ रहा है अब उस जातक के आगे अपने नाटक का वक़्त आ गया है। बस आप ग्रहों का मलीदा उसको सुनाते रहें और उसके माथे पर छलछला आयी पसीने की बूंदों के हिसाब से अपनी दक्षिणा उससे ले लें वह सहर्ष देगा। इसे कहते हैं शनि तो बाद में उसका कुछ बिगाड़ेगा आप शनि से पहले ही उसका शनि उतार दें। आपका शनि (वीकेंड) तो अच्छा गुजरे। एक बात है कि इस जजमान को कैसे पता चला कि वह शनि उतारने के चक्कर में ठगा गया है। इस का अर्थ है कि फीस/दक्षिणा देने के बाद भी उसका अनर्थ हो गया। पर देखिये वकील, डॉक्टर आप मुकदमा हारें या जीतें, आपका मरीज जिये या मरे अपनी फीस तो लेते ही हैं।  भई ! अगले ने तो पूरी कोशिश की ही। अब आपका शनि था ही इतना भारी कि आप दब गए या फिर आपने हो न हो पूरी निष्ठा और ठीक से विधिवत पूजा/मंत्र/उपचार नहीं किए सिंपल सी बात है या कहिए कि शनि ने आपको ठगना था सो ठग लिया। केस क्लोज़ ।  

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